विषय सूची | ||
क्र सं | लेख | पेज न |
01 | डिजिटल भारत और ग्रामीण विकास एक प्रभावशाली सम्बन्ध अपूर्वा सिंह | 01-05 |
02 | एकीकृत कृषि प्रणाली भारत में किसानों के लिए एक नई क्रांति आकांक्षा यादव, कोमल ओझा | 06-08 |
03 | साँवां की खेती और उसका मानव स्वास्थ्य में योगदान सूरज सिंह, विकास कुमार, निशु सिंह, विशाल सिंह, प्रियंका यादव | 09-12 |
04 | सहजन उपयोग लाभ पोषण मूल्य और और भी कई पहलु कोमल ओझा, आकांक्षा यादव | 13-15 |
05 | भारत में चीनी एवं इथेनॉल उत्पादन में उत्तर प्रदेश का महत्व डॉ. टेशू कुमार | 16-17 |
06 | अभिषेक पटेल, विकास पगारे, आनंद कुमार नाओरेम | 18-21 |
07 | कृषि रसायन का पर्यावरण पर प्रभाव एवं निदान डॉ. मुनेश्वर प्रसाद मंडल, डॉ. किरण, डॉ. मुकुल कुमार | 22-23 |
08 | मृदा परीक्षण हेतु नमूने लेने की विधि एवं सावधानियां अंकित, धर्म प्रकाश, सुनीता श्योराण, प्रमोद कुमार यादव | 24-26 |
09 | पराली प्रबंधन कृषि और पर्यावरण के लिए एक महत्वपूर्ण विषय नीलकमल मिश्र, आलोक सिन्हा, सुनील कुमार प्रजापति | 27-31 |
10 | फसल उत्पादन में पादप हार्मोन की भूमिका अनुपमा वर्मा, डॉ रविन्द्र सचान | 32-33 |
11 | मृदा में उपस्थित फास्फोरस का रसायन और व्यवहार एच. के. यादव, धर्म प्रकाश, सुनीता श्योराण, पी. के. यादव एवं रामेश्वर सिंह | 34-37 |
12 | पौधों में फास्फोरस की आवश्यक भूमिका एच. के. यादव, धर्म प्रकाश, सुनीता श्योराण, पी. के. यादव एवं रामेश्वर सिंह | 38-42 |
13 | पोषण सुरक्षा हेतु बेबी कॉर्न (शिशु मकई) की खेती राहुल कुमार वर्मा, डॉ. सुरेन्द्र कुमार चौरसिया, डॉ. एस .पी. विश्वकर्मा , डॉ. आभा रानी | 43-44 |
14 | मक्का के लड्डू: स्वाद का राज और पौष्टिकता का खजाना सलोनी कुमारी, रोहित मौर्य, पूनम कुमारी | 45-47 |